'काफ़िर है, काफ़िर है, मारो!' उत्तेजित जन चिल्लाये; विद्यार्थी जी बिना झिझक के झट से आगे बढ़ आये।
"काफ़िर' - वह करीम उनको भी देता है दाना-पानी; पर 'अल्लाहो अकबर' कहकर ठीक नहीं है शैतानी।
अरे खुदा के बन्दो, ठहरो, क्या करने जाते हो आह! बचो, बचो, शैतान...
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