डॉ रामकुमार वर्मा साहित्य Hindi Literature Collections

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ये गजरे तारों वाले

इस सोते संसार बीच,जग कर सज कर रजनी वाले !कहाँ बेचने ले जाती हो,ये गजरे तारों वाले ?
मोल करेगा कौन,सो रही हैं उत्सुक आँखें सारी ।मत कुम्हलाने दो,सूनेपन में अपनी निधियाँ न्यारी ॥
निर्झर के निर्मल जल में,ये गजरे प्रतिबिंबित धोना ।लहर हहर कर यदि चूमे तो,किंचित् विचलित मत होना ॥
होने दो प्रतिबिम्ब ...

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बापू की विदा

आज बापू की विदा है!अब तुम्हारी संगिनी यमुना, त्रिवेणी, नर्मदा है!
तुम समाए प्राण में परप्राण तुमको रख न पाएतुम सदा संगी रहे परहम तुम्हीं को छोड़ आएयह हमारे पाप का विष ही हमारे उर भिदा है!आज बापू की विदा है!
सो गए तुम किंतु तुमनेजागरण का युग दिया हैव्रत किए तुमने बहुत अबमौन का चिर-व्रत लिया है!अ...

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डॉ रामकुमार वर्मा का जीवन परिचय