जिंदगी के...कमरों में अँधेरेलगाता है चक्करकोई एक लगातार;आवाज पैरों की देती है सुनाईबार-बार... बार-बार,वह नहीं दीखता... नहीं ही दीखता,किंतु वह रहा घूमतिलस्मी खोह में गिरफ्तार कोई एक,भीत-पार आती हुई पास से,गहन रहस्यमय अंधकार ध्वनि-साअस्तित्व जनाताअनिवार कोई एक,और मेरे हृदय की धक्-धक्पूछती है - वह क...
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