आ जा सुर में सुर मिला ले, यह मेरा ही गीत है,एक मन एक प्राण बन जा, तू मेरा मनमीत है।सुर में सुर मिल जाए इतना, सुर अकेला न रहे,मैं भी मेरा न रहूँ और, तू भी तेरा न रहे,धड़कनों के साथ सजता, राग का संगीत है,एक मन एक प्राण बन जा, तू मेरा मनमीत है।
नीले-नीले इस गगन में, पंख धर कर उड़ चलें,चल कहीं पतझड़...
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