गोरख पाण्डेय साहित्य Hindi Literature Collections

कुल रचनाएँ: 3

Author Image

तंत्र

राजा बोला रात है,रानी बोली रात है,मंत्री बोला रात है,संतरी बोला रात है,--यह सुबह-सुबह की बात है।
-गोरख पाण्डेय
 

पूरा पढ़ें...

सच्चाई

मेहनत से मिलती हैछिपाई जाती है स्वार्थ सेफिर, मेहनत से मिलती है
-गोरख पाण्डेय
 
 

पूरा पढ़ें...

वे डरते हैं

किस चीज़ से डरते हैं वेतमाम धन-दौलतगोला-बारूद पुलिस-फ़ौज के बावजूद?वे डरते हैंकि एक दिननिहत्थे और ग़रीब लोगउनसे डरनाबंद कर देंगे ।
-गोरख पाण्डेय(रचनाकाल 1979)
 
[जागते रहो सोने वालो, राधाकृष्ण प्रकाशन, नई दिल्ली, 1983]

पूरा पढ़ें...

गोरख पाण्डेय का जीवन परिचय