तुमने किया स्वदेश स्वतंत्र, फूंका देश-प्रेम का मन्त्र,आजादी के दीवानों में पाया पावन यश अभिराम !चाचा नेहरू, तुम्हें प्रणाम !
सबको दिया ह्रदय का प्यार, चाहा जन-जन का उद्धार,भारत माता की सेवा में, समझ लिया आराम हराम !चाचा नेहरू, तुम्हें प्रणाम !
पंचशील का गाया गान, विश्व -शांति की छेड़ी ...
पूरा पढ़ें...