नेता एकम नेता हरदम उल्लू चेता
नेता दूनी रैली सिकुड़ी हो या फैली
नेता तीया थैली उजली हो या मैली
नेता चौके कुर्सी बिन कुर्सी मातमपुर्सी
नेता पंजे भाषण नित्य नए आश्वासन
नेता छक्के छूट झूठ, फूट और लूट
नेता सत्ते सत्ता सुरा, सुंदरी, भत्ता
नेता अट्ठे गुंडे स्वागत, माला, झंडे
नेता नम्मे वोट दारू, कंबल, नोट
नेता दस्से नंबर दस बहुत हो गया, बस भई, बस!
--गोपाल प्रसाद व्यास |